नमस्कार दोस्तों मैं एक बार फिर से हाज़िर हूँ एक नए पोस्ट के साथ, दोस्तों इस पोस्ट के ज़रिये मैं आपको बताऊंगा की Kernel क्या होता है और ऑपरेटिंग सिस्टम में ये कैसे काम करता है, तो चलिए शुरू करते है.
लेख-सूची (Table of Contents)
Operating System क्या होता है ?
सबसे पहले बात करते है ऑपरेटिंग सिस्टम की तो दोस्तों जैसा आप जानते है की अलग-अलग सिस्टम की अलग-अलग ऑपरेटिंग सिस्टम होती है जैसे किसी में विंडोज तो किसी में लिनक्स, मैकिनटोश इत्यादि.आप इस ऑपरेटिंग सिस्टम की मदद से कोई भी सॉफ्टवेयर चला सकते है अगर आपके पास ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं है तो आप सॉफ्टवेयर नहीं चला सकते, तो आप जितने भी सॉफ्टवेयर चलाते है जैसे VLC मीडिया प्लेयर, adobe फोटोशोप इत्यादि in सभी सॉफ्टवेयर को चलने के लिए जो main सॉफ्टवेयर होता है उसे हम कहते है ऑपरेटिंग सिस्टम.
अब बात करते है हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की तो हार्डवेयर वो चीजें होती है जिन्हें हम छु सकते है जैसे माउस, हार्ड डिस्क, मोनिटर इत्यादि ये सभी हार्डवेयर के अंतर्गत आती है, अब सॉफ्टवेयर वो चीज़े होती है जिन्हें हम देख तो सकते है पर छु नहीं सकते जैसे VLC मीडिया प्लेयर, adobe फोटोशोप इत्यादि.
Kernel क्या होता है ?
दोस्तों सॉफ्टवेयर को हार्डवेयर के साथ मिल कर काम करने के लिए जिस चीज़ की आवश्यकता पड़ती है उसे ही हम Kernel कहते है, मदरबोर्ड में एक छोटी सी चिप लगी होती है जिसे कहते है CPU ये आपके सिस्टम का दिमाग होता है जिसके अन्दर सारे काम होते है.
Operating System में Kernel का उपयोग जाने ?
मान लीजिये कोई सॉफ्टवेयर है जिसको ऑडियो वाले सॉफ्टवेयर की जरुरत है जैसे की VLC मीडिया प्लेयर इसको ऑडियो वाले सॉफ्टवेयर की जरुरत है क्योकि ये ऑडियो प्ले करता है यही काम करता है Kernel, किस हार्डवेयर को किस सॉफ्टवेयर से जोड़ना है और किसको क्या सर्विस देना ये सब काम Kernel करता है यहाँ तक की किस प्रोग्राम को कितनी मेमोरी या कितनी रिसोर्सेज देने है यह भी Kernel ही decide करता है.
आपके कंप्यूटर सिस्टम में दो स्पेस होते है एक जहाँ आप काम करते है और एक जहाँ Kernel रहता है, जहाँ Kernel रहता है उस स्पेस में जो नार्मल यूजर है वो नहीं जा सकता वो वहां काम नहीं कर सकता क्योंकि अगर यूजर उस जगह पर काम करता है जहाँ Kernel है तो इससे दोनों के बिच interference होगी और अगर ऐसा होगा तो आपका सिस्टम अच्छे से काम नहीं करेगा ऐसा भी ही सकता है की आपका सिस्टम क्रेश हो जाये इसीलिए Kernel को एक अलग जगह दी जाती है सिस्टम में ताकि वो अकेले अपना काम कर सके और किसी भी प्रकार का इन्तेर्फेरंस ना हो.क्योंकि ये सिस्टम का सबसे अहम् हिस्सा है और बहुत ही महत्वपूर्ण काम इसे ही करना होता है.
तो दोस्तों अब आप जान ही गए होंगे की Kernel क्या है ? और ऑपरेटिंग सिस्टम में इसका क्या महत्व है ? तो अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो अपने व्यू और फीडबैक हमें कमेंट के ज़रिये बताये अगर किसी भी प्रकार का सवाल हो तो और अगर आप इसके अलावा और कुछ भी जानकारी देना चाहते है तो कमेंट के ज़रिये हमें ज़रूर बताएं.